घटना:
सोमवार (27 अक्टूबर 2025) की सुबह करीब 4 बजे लखनऊ के नॉर्दर्न रेलवे डिविजनल हॉस्पिटल (आलमबाग) में अचानक भीषण आग लग गई। आग सबसे पहले ग्राउंड फ्लोर के CCTV सर्वर रूम में लगी, जिसका कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। कुछ ही मिनटों में धुआँ पूरे अस्पताल में फैल गया जिससे अफरा-तफरी मच गई।
🚒 राहत व बचाव कार्य
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सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 से अधिक गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं।
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22 गंभीर मरीज, जो ICU और वेंटिलेटर पर थे, उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया।
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बचाव दल ने अस्पताल के सभी वार्डों की तलाशी लेकर सुनिश्चित किया कि कोई मरीज अंदर न फँसा हो।
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अस्पताल प्रबंधन और पुलिस ने आसपास के अस्पतालों में वैकल्पिक व्यवस्था की।
🏥 घटना के समय की स्थिति
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आग के दौरान कुछ वार्डों में बिजली बंद कर दी गई थी ताकि शॉर्ट सर्किट न फैले।
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मरीजों और परिजनों में डर का माहौल था, कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई।
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दमकल कर्मियों ने लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
👮♂️ जाँच और कार्रवाई
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रेलवे प्रशासन ने इस घटना की जाँच के आदेश दे दिए हैं।
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शुरुआती रिपोर्ट में विद्युत शॉर्ट सर्किट को कारण माना जा रहा है, पर अंतिम निष्कर्ष फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया और जिला प्रशासन को तुरंत राहत-बचाव कार्य के निर्देश दिए।
⚠️ क्यों महत्वपूर्ण है यह घटना
यह घटना इसलिए अहम है क्योंकि—
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अस्पतालों में आग की घटनाएँ आम नहीं होनी चाहिएं, यहाँ मरीजों की स्थिति पहले से ही नाजुक होती है।
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यह सवाल उठता है कि फायर सेफ्टी ऑडिट और आपातकालीन सुरक्षा सिस्टम कितने प्रभावी हैं।
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रेलवे और स्वास्थ्य विभाग को अब सभी अस्पतालों में सुरक्षा उपकरणों और प्रशिक्षण की समीक्षा करनी होगी।
सारांश:
“आलमबाग रेलवे अस्पताल में लगी आग ने एक बार फिर यह चेतावनी दी है कि अस्पतालों में सुरक्षा मानकों का पालन कितना जरूरी है। समय रहते दमकल की टीम और स्टाफ ने मिलकर बड़ा हादसा टाल दिया, नहीं तो नुकसान और गंभीर हो सकता था।”


