पत्नी के जहर खाकर बेहोश होने के बाद पति उसे लेकर सीएचसी पहुंचा, यहां से उसे बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया। बीएचयू में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। उसके चार बच्चे हैं। सभी बिलख रहे थे।
चंदौली के नौगढ़ थाना क्षेत्र के देवरी कला गांव मे पति से नाराज होकर शुक्रवार को गांव की आशा कार्यकत्री ने विषाक्त खा लिया, जिसके बाद वह अचेत हो गई। परिजन सीएचसी ले गए जहां से चिकित्सकों बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया था। जहां इलाज के दौरान शनिवार की शाम उसकी मौत हो गई।
नौगढ़ थाना क्षेत्र के देवरी कला गांव निवासी सुषमा से उनके पति विनोद विश्वकर्मा के बीच शुक्रवार को घरेलू कार्य को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान, पति से नाराज होकर पत्नी ने घर में रखा विषाक्त खा लिया।
महिला को अचेत अवस्था में देखकर पति व अन्य लोगों ने इलाज के लिए एंबुलेंस बुलाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के दौरान हालत खराब होने पर चिकित्सकों ने उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया।
शनिवार को इलाज के दौरान सुषमा की मौत हो गई। मौत की समाचार मिलते ही घर में कोहराम मच गया। मृतका की दो बेटियां और दो बेटे हैं। गांव के कंपोजिट विद्यालय में अनामिका कक्षा 7 और नेहा कक्षा 5 में पढ़ती हैं। जबकि उसका बड़ा बेटा अभियान कक्षा (6) और छोटा बेटा दिव्यांश कक्षा (2) में पड़ता है।
मां की मौत की सूचना मिलने पर बेटियां दहाड़ मारकर रोने लगीं। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल ने बताया कि सुषमा विश्वकर्मा आशा कार्यकर्ती थीं, जिसकी नियुक्ति देवरी कला गांव में थी। उसने किसी बात को लेकर विषाक्त पदार्थ का सेवन किया था, बीएचयू में उसकी मौत हो गई है।