हत्या की सूचना के बाद पुलिस पीआरबी और एसओजी के साथ साजिशकर्ताओं की तलाश में जुट गई। काफी देर तक कोई संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने फोन करने वाले की पहचान की कोशिश की और मोबाइल की लोकेशन के आधार पर उसे ट्रेस कर लिया। पुलिस रविश कुमार और उसके पिता को कोतवाली ले आई। पूछताछ में रविश ने गलत सूचना देने की बात स्वीकार की।
कोतवाली थाना क्षेत्र के रजडीहा धनपुरवा गांव के निवासी रविश कुमार ने पीआरबी-112 को फोन पर बताया कि कोतवाली सलेमपुर के मनिहारी गांव के पास स्थित एक ईंट भट्ठे पर कुछ लोग विधायक सुरेंद्र चौरसिया की हत्या की साजिश रच रहे हैं। सूचना देने के बाद युवक ने तुरंत अपना मोबाइल बंद कर लिया। इससे पुलिस की परेशानी और बढ़ गई।
पुलिस ने पीआरबी और एसओजी के साथ साजिशकर्ताओं की तलाश में जुट गई। काफी देर तक कोई संदिग्ध नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने फोन करने वाले की पहचान की कोशिश की और मोबाइल की लोकेशन के आधार पर उसे ट्रेस कर लिया। पुलिस रविश कुमार और उसके पिता को कोतवाली ले आई। पूछताछ में रविश ने गलत सूचना देने की बात स्वीकार की।
जब पुलिस ने विधायक सुरेंद्र चौरसिया से संपर्क किया, तो उन्होंने इस मामले पर कोई आपत्ति नहीं जताई और आरोपित के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने की बात कही। हालांकि, पुलिस ने फिर भी गलत सूचना देने के आरोप में रविश कुमार के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
विधायक सुरेश चौरसिया ने बताया कि इस मामले की जानकारी पुलिस के माध्यम से मुझे हुई है। फिलहाल कोई बात नहीं है।