सिंघड़िया चौराहा निवासी मनोज साहनी की बेटी श्वेता साहनी (22) शनिवार रात अपने माता-पिता के साथ खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चली गई। वह सुबह जगी नहीं तो भाई प्रवीण उसके कमरे की तरफ गया। वह बाहर से आवाज लगाने लगा, लेकिन कमरे से कोई आवाज नहीं आई। तब उसने खिड़की से देखा तो बहन छत की कुंडी में लगे पंखे में साड़ी का फंदा लगाकर लटक रही थी। उसके चीखने की आवाज सुनकर माता-पिता पहुंच गए। वह दरवाजा तोड़ कर अंदर पहुंचे।
गोरखपुर के कैंट इलाके के सिंघड़िया चौराहे के समीप स्थित अपने मकान में शनिवार रात छात्रा ने फंदे से लटक कर जान दे दी। सुबह भाई दूसरी मंजिल पर कमरे में सो रही बहन को जगाने पहुंचा तो वह फंदे से लटकी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
जानकारी के अनुसार, सिंघड़िया चौराहा निवासी मनोज साहनी की बेटी श्वेता साहनी (22) शनिवार रात अपने माता-पिता के साथ खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने चली गई। वह सुबह जगी नहीं तो भाई प्रवीण उसके कमरे की तरफ गया। वह बाहर से आवाज लगाने लगा, लेकिन कमरे से कोई आवाज नहीं आई।
तब उसने खिड़की से देखा तो बहन छत की कुंडी में लगे पंखे में साड़ी का फंदा लगाकर लटक रही थी। उसके चीखने की आवाज सुनकर माता-पिता पहुंच गए। वह दरवाजा तोड़ कर अंदर पहुंचे।
सूचना पाकर कैंट इंस्पेक्टर व इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी प्रभारी राकेश कुमार मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मौत का कारण जानने के लिए फोरेंसिक टीम छात्रा का मोबाइल कब्जे में लेकर जांच कर रही है। उधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
नीट की तैयारी कर रही थी श्वेता
छात्रा श्वेता नीट की तैयारी कर रही थी। वह दो बार नीट दे चुकी थी, लेकिन सफलता न मिलने पर वह पुनः तैयारी कर रही थी। पिता मनोज साहनी भट्ठा से संपर्क करके ईंट एवं जमीन बेचने का कारोबार करते हैं। वह बेटी को नीट की पढ़ाई करने के लिए विदेश भेजने की तैयारी में थे।
आसपास के लोगों का कहना है कि श्वेता घर से बाहर कम निकलती थी। दो भाई व एक बहन में वह दूसरे नंबर पर थी। बड़ा भाई प्रिंस दो माह पहले मर्चेंट नेवी में ट्रेनिंग करने गया है, छोटा भाई प्रवीण घर पर रहकर पढ़ाई करता है।