दो जुलाई को सिलहटा मुंडेरा लंगड़ा चौराहा निवासी दिलीप के 13 वर्षीय बेटे दीपक की मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। परिवार ने शव को गांव के बाहर ही खेत के पास दफनाया था। मेडिकल स्टोर संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था।
थाना क्षेत्र में किशोर की मौत के 27 दिन बाद सोमवार को कब्र से उसका शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। डीएम के निर्देश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद मौत की असली वजह सामने आएगी।
दो जुलाई को सिलहटा मुंडेरा लंगड़ा चौराहा निवासी दिलीप के 13 वर्षीय बेटे दीपक की मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। परिवार ने शव को गांव के बाहर ही खेत के पास दफनाया था। मेडिकल स्टोर संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था।
बता दें कि दो जुलाई को दीपक को बुखार हो गया था। परिजन उसे लंगड़ा चौराहे पर स्थित एक मेडिकल स्टोर पर इलाज कराने लेकर गए थे। मेडिकल स्टोर संचालक क्षेत्र के राजी जगदीशपुर गांव निवासी जितेंद्र शर्मा और सचिन ने उसे कैप्सूल और गोली खिलाने के बाद एक इंजेक्शन लगाया था। जिससे उसके शरीर के बाएं हिस्से में लकवा मार दिया।
हालत बिगड़ता देख मेडिकल स्टोर संचालक ने दीपक को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर परिजनों ने 18 हजार रुपये जमा किए फिर इलाज शुरू हुआ। थोड़ी ही देर में किशोर की मौत हो गई थी। दीपक के पिता की तहरीर पर मेडिकल स्टोर संचालक दोनों सगे भाइयों के विरुद्ध पुलिस ने केस दर्ज किया था।