सड़क हादसे वाले प्रदेश के टॉप-10 जिलों में मऊ-जौनपुर शामिल है। वहीं वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही और मिर्जापुर में दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई है।
सड़क हादसे वाले प्रदेश के टॉप-10 जनपदों में पूर्वांचल का मऊ और जौनपुर जिला शामिल है। प्रदेश भर में मऊ तीसरे और जौनपुर आठवें स्थान पर है। सुकून की बात यह है कि वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही, मिर्जापुर और आजमगढ़ में सड़क हादसों में कमी दर्ज की गई है।
एक जनवरी से 30 जून 2023 तक और एक जनवरी से 30 जून 2024 तक सड़क हादसों में हुई लोगों की मौतों का आंकड़ा परिवहन आयुक्त चंद्र भूषण सिंह ने जारी किया है। इसके अनुसार मऊ जिले में वर्ष 2023 के शुरुआती छह महीने में 76 लोगों की मौत हुई थी। इसी अवधि में वर्ष 2024 में 102 लोगों ने जान गंवाई।
इस तरह से मृतकों की संख्या में 34.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जौनपुर जिले में वर्ष 2023 में जनवरी से जून के बीच 171 लोगों की मौत हुई थी। जबकि, वर्ष 2024 में 200 लोगों की मौत हुई है और मृतकों की संख्या 17 प्रतिशत बढ़ गई।
हादसे में मौत में कमी लाने के लिए उपाय
- दोपहिया वाहन सवार हेलमेट और चारपहिया वाहन सवार सीट बेल्ट लगाएं।
- ओवर स्पीड, शराब पीकर और रांग साइड वाहन चलाने वालों पर अभियान चलाकर कार्रवाई हो।
- दुर्घटना वाले चिहिनत स्थान पर संकेतक बोर्ड लगाकर राहगीरों को आगाह किया जाए।
- सड़क हादसा होते ही बेहतर ट्रॉमा केयर सुविधा उपलब्ध हो।
सोनभद्र में 20.4% और वाराणसी में 10.9% कमी आई
2023 में सड़क हादसे में वाराणसी में 165 लोगों की, जबकि इस वर्ष 147 लोगों की मौत हुई है। 2023 में मिर्जापुर में 154 लोगों की जान गई थी, जबकि इस वर्ष छह माह में 142 लोगों की जान गई है। 2023 में आजमगढ़ में 202 लोगों की मौत हुई थी, जबकि इस साल छह माह में 199 लोगों की मौत हुई है।