एसटीएफ की लखनऊ यूनिट ने मऊ में लूट की घटना में वांछित 50 हजार के इनामी बदमाश को पंजाब के लुधियाना से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। बेलघाट क्षेत्र के शाहपुर जिगनिया निवासी रमेश यादव पर गोरखपुर और आजमगढ़ में चार-चार, मऊ में दो और देवरिया के गौरीबाजार थाने में एक केस दर्ज है।
जानकारी के अनुसार, मऊ जिले के मधुबन थाने के काठतरांव स्थित पेट्रोल पंप के कर्मचारी प्रमोद 19 दिसंबर 2016 को बैंक में रुपये जमा करने जा रहे थे। इस दौरान बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर दिन-दहाड़े रुपये लूट लिए। इस मामले में रमेश यादव और विनोद चौबे का नाम भी आया था। विनोद को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि रमेश यादव आठ साल से फरार चल रहा था।
बेलघाट स्थित शाहपुर जिगनिया गांव में रमेश यादव के घर पर कई बार पुलिस और एसटीएफ की टीम ने छापा भी मारा, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। घर जाने पर पता चला कि वह दस साल से घर नहीं आया है। वहां केवल उसके भाई का परिवार रहता है। परिवार के लोगों ने बताया कि वह आजमगढ़ में रहता है। घर पर रहने के दौरान उसकी हरकतों की वजह से कई बार छापा पड़ चुका है, इसलिए उन्होंने उससे दूरी बना ली थी।
दुकानदार ने फेंका था रमेश पर तेजाब
शाहपुर जिगनिया के ग्रामीणों का कहना है कि 2004 में कस्बे की एक दुकान पर रमेश की एक दुकानदार से नोकझोंक हो गई थी। तब दुकानदार ने गुस्सा होकर रमेश के ऊपर तेजाब फेंक दिया था। इसके बाद रमेश कई महीने मेडिकल कॉलेज में भर्ती रहा।
जिले में रमेश पर जो भी केस दर्ज हैं, वह सभी 2015 या उससे पहले के हैं। इसके बाद वह जिले से बाहर चला गया था। पुलिस के मुताबिक, आजमगढ़ और मऊ में उसने लूट की कई घटनाओं काे अंजाम दिया। आठ साल से वह लुधियाना में छिपकर रह रहा था। बेलघाट थाने की पुलिस का कहना है कि निगरानी में लगे पुलिस कर्मी उसके घर जाते हैं, लेकिन वह घर पर कभी नहीं मिला।