बुधवार को जब टीम हजारीपुर पहुंची तो लोगों की भीड़ जुट गई। हर कोई अधिकारियों से यही जानने की कोशिश में जुटा रहा कि कितने मीटर तक उनकी दुकान या मकान पर निशान लगाया जाएगा। पूर्व में तैयार विरासत गलियारा के डीपीआर के मुताबिक, सड़क की चौड़ाई 16.50 मीटर तय की गई थी, लेकिन स्थानीय व्यापारी इस निर्माण को 12.50 मीटर तक करने की बात कह रहे हैं। उनका दावा है कि उन लोगों ने सीएम से मिलकर अपनी बात रखी तो राहत मिली।
धर्मशाला बाजार से घंटाघर होते हुए पांडेयहाता तक बनने वाले विरासत गलियारा में पीडब्ल्यूडी की ओर से मकानों और दुकानों पर निशान लगाया जा रहा है। बुधवार को अभियान चलाकर टीम ने हजारीपुर से अलीनगर रोड पर निशान लगाया।
इस दौरान कितने मीटर तक दुकान और मकानों को तोड़ा जाएगा, इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश में लोग लगे रहे। हालांकि निशान लगा रही टीम सही जवाब नहीं दे पा रही थी। उनका कहना था कि वह सड़क के बीच से दोनों तरफ सवा छह-सवा छह मीटर पर मकानों पर निशान लगा रहें हैं।
पीडब्ल्यूडी ने शहर के भीतर विरासत गलियारा बनाने के लिए कार्यवाही जारी रखा है। शासन से बजट मिलने के बाद अधिकारियों ने अधिग्रहित किए जाने वाले मकानों, दुकानों और जमीनों पर निशान लगाने की प्रक्रिया शुरू करा दी है।
बुधवार को जब टीम हजारीपुर पहुंची तो लोगों की भीड़ जुट गई। हर कोई अधिकारियों से यही जानने की कोशिश में जुटा रहा कि कितने मीटर तक उनकी दुकान या मकान पर निशान लगाया जाएगा।
पूर्व में तैयार डीपीआर के मुताबिक सड़क की चौड़ाई 16.50 मीटर तय की गई थी, लेकिन स्थानीय व्यापारी इस निर्माण को 12.50 मीटर तक करने की बात कह रहे हैं। उनका दावा है कि उन लोगों ने सीएम से मिलकर अपनी बात रखी तो राहत मिली।
हालांकि इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कोई भी जानकारी देने से बच रहे हैं। उनका कहना है कि वह दोनों चौड़ाई पर सर्वे तैयार कर शासन को भेज देंगे। शासन से जो निर्देश होगा उसपर काम शुरू कराया जाएगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा सही जवाब नहीं देने से इससे प्रभावित लोगों में बेचैनी बढ़ती जा रही है।